डायरेक्ट सैलिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 11 महिलाएं सम्मानित

डायरेक्ट सैलिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 11 महिलाएं सम्मानित

डायरेक्ट सैलिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 11 महिलाएं सम्मानित

डायरेक्ट सैलिंग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 11 महिलाएं सम्मानित

नई दिल्ली, नौ मार्च, 2022 (    ) देश में डायरेक्ट सैलिंग (प्रत्यक्ष बिक्री) कम्पनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरैक्ट सैलिंग एसोसिएशन(आईडीएसए) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डायरेक्ट सैलिंग में उत्कृष्ट उद्यमी और आर्थिक एवं सामाजिक स्वालम्बी बनीं 11 महिलाओं को सम्मानित किया है। 

आईडीएसए के ‘आदया‘ द्वितीय संस्करण के तहत महिला दिवस के इस बार के वैश्विक विषय ‘ब्रेक द बायस‘ यानि महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह और लैंगिक भेदभाव समाप्त करने पर आधारित मंगलवार शाम यहां एक भव्य समारोह में बिहार, झारखंड, ओडिशा, मिज़ोरम, छत्तीसगढ़ और पंजाब जैसे राज्यों के सुदूरवर्ती क्षेत्रों की इन महिला विज़नेस लीडर को सम्मानित किया जिन्होंने तमान चुनौतियों का सामना करते हुये डायरेक्ट सैलिंग कैरियर में सफलताओं की इबारत लिखी है। 

इन महिलाओं में डायरेक्ट सैलिंग कम्पनी आईएमसी से प्रीती शर्मा, सविता साहू-एल्टॉस, अर्चना कुमार-ऑरिफ्लेम, स्वाती शर्मा-एवॉन, आक्शी दत्ता-मोदीकेयर, डा. इंदू रानी सिंह-फोरलाईफ, धर्मशीला -डीएक्सएन, सुबाहश्री साहू-एमवे, रजनी गुप्ता-टप्परवेयर, राखी पंडित-हर्बललाईफ,  और ज्यूनैस्सी से सालसेंगजुअली को सम्मानित किया गया।  

इस अवसर पर आईडीएसए के अध्यक्ष रजत बनर्जी ने कहा "आईडीएसए और डायरेक्ट सेलिंग गर्व से सामाजिक और आर्थिक रूप से पूर्वाग्रह और लैंगिक भेदभाव समाप्त करने में अग्रणी होने का दावा कर सकते हैं और इस वैश्विक अभियान का हिस्सा बनने पर प्रसन्न हैं। हम इन महिला उद्यमियों की कड़ी मेहनत को सम्मान देते हैं और इसकी सराहना करते हैं। ये महिलाएं न केवल डायरेक्ट सैलिंग उद्योग बल्कि सम्पूर्ण उपभोक्ता कारोबारी जगत और महिला उद्यमियों के लिये एक मिसाल हैं“।  

उन्होंने कहा “आइडीएसए की सदस्य कम्पनियों ने महिला प्रत्यक्ष विक्रेता उद्यमियों के प्रशिक्षण, कौशल, ज्ञान वर्धन और वित्तीय सशक्तिकरण में बड़े पैमाने पर निवेश किया है“।

उल्लेखनीय है कि आंकड़ों पर अगर गौर किया जाये तो आईडीएसएस की सदस्य कम्पनियों में इस समय लगभग 50 प्रतिशत महिला प्रत्यक्ष विक्रेता हैं जिन्होंने इस कारोबार को अपना कर आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण हासिल करने के साथ एक पहचान बनाई है। वर्ष 2019-20 की प्रत्यक्ष बिक्री सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार कि देश में इस समय लगभग 74 लाख् लोग डायरेक्ट सैलिंग से जुड़े हुये हैं और इनमें लगभग 49% महिलाएं हैं। रिपोर्ट के अनुसार  लगभग 2500 महिलाएं प्रतिदिन इस कारोबार से जुड़ रही हैं।